विभाग हर घर को रोशन करने का दावा कर रहा है लेकिन ग्रामीण बिजली के लिए तरस

कुशीनगर : केंद्र की महत्वाकांक्षी योजनाएं अस्तित्व में हैं। कागज में गांव विद्युतीकरण से संतृप्त हो गए हैं, लेकिन सुदूर गांव आज भी रोशन नहीं हो सके हैं।


पं. दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना, सौभाग्य योजना अस्तित्व में है। विभाग हर घर को रोशन करने का दावा कर रहा है, लेकिन ग्रामीण बिजली के लिए तरस रहे हैं। संपूर्ण उत्थान के लिए मुसहर प्रदेश सरकार के टारगेट में हैं, लेकिन उनकी बस्तियां भी कागजों में रोशन हो रही हैं। तमकुही ब्लाक के सपही टड़वा के झरही टोला मुसहर बस्ती के लोग विद्युतीकरण से वंचित हैं। बरवा राजापाकड़ के जमुआन टोला में बच्चा सिंह के घर के उत्तर आधा दर्जन घरों को कनेक्शन नहीं मिल पा रहा है। इसी गांव के गदियानी टोला में मस्जिद से पूरब और पश्चिम दर्जन भर घरों में अंधेरा है। जिपंस मनोज गुप्ता, प्रधान रमाकांत राय, सीमा गौतम, बैरिस्टर प्रसाद आदि ने कहा कि विभागीय लापरवाही से ग्रामीण उपेक्षित हैं।


गुरवलिया विद्युत उपकेंद्र के गांव दुमही का ट्रांसफार्मर छह माह से जल गया है। देवामन ताल के किनारे बसे लोग अंधेरे में गुजर बसर कर रहे हैं। ठीकेदार ने 17 जनवरी को ट्रांसफार्मर उतार कर जमीन पर रख दिया, लेकिन इसे बदला नहीं गया। अधिशासी अभियंता विद्युत, कसया चंद्रबली ने कहा है कि कुछ टोलों में अभी विद्युतीकरण का कार्य चल रहा है। इसके लिए ठीकेदार को निर्देशित किया गया है। जिन गांवों में बिजली नहीं पहुंची है, सर्वे कराकर उन्हें संतृप्त कराया जाएगा। शीघ्र ही ट्रांसफार्मर को बदल दिया जाएगा।